FASTag न लगाने वालों को झटका: मैं आज आपको एक महत्वपूर्ण खबर देने जा रहा हूं जो सभी वाहन चालकों को प्रभावित करेगी। अक्टूबर महीने से, जिन वाहनों पर FASTag नहीं लगा होगा, उन्हें टोल प्लाजा पर दोगुना शुल्क देना होगा। यह नियम देशभर के सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर लागू होगा। क्या आप तैयार हैं इस बदलाव के लिए?

FASTag क्या है और यह नया नियम क्यों लागू किया जा रहा है?
FASTag एक इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली है जो वाहनों के विंडशील्ड पर लगाया जाता है। इसका उपयोग टोल प्लाजा पर बिना रुके भुगतान करने के लिए किया जाता है। सरकार ने यह कदम टोल प्लाजा पर लंबी कतारों को कम करने और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए उठाया है। FASTag न लगाने वालों को झटका अक्टूबर से देना होगा दोगुना टोल, जिससे सड़क यातायात में सुधार होगा और समय की बचत होगी।
दोगुना टोल शुल्क का प्रभाव क्या होगा?
इस नए नियम का सबसे बड़ा प्रभाव आम नागरिकों की जेब पर पड़ेगा। जो लोग नियमित रूप से राष्ट्रीय राजमार्गों का उपयोग करते हैं, उन्हें अब FASTag लगवाना अनिवार्य हो जाएगा, अन्यथा उन्हें दोगुना शुल्क देना होगा। इससे न केवल आर्थिक बोझ बढ़ेगा बल्कि टोल प्लाजा पर समय भी अधिक लगेगा। क्या आपने अभी तक अपने वाहन पर FASTag लगवाया है?
वाहन श्रेणी | अतिरिक्त शुल्क |
---|---|
कार/जीप/वैन | 100% अधिक |
भारी वाहन | 100% अधिक |
FASTag कैसे प्राप्त करें और इसे कैसे सक्रिय करें?
FASTag प्राप्त करना बहुत आसान है। आप अपने नजदीकी बैंक, पेट्रोल पंप या टोल प्लाजा से FASTag खरीद सकते हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Amazon, Paytm और बैंकों के मोबाइल ऐप से भी FASTag खरीदा जा सकता है। FASTag को सक्रिय करने के लिए आपको अपने वाहन के दस्तावेज और एक पासपोर्ट साइज फोटो की आवश्यकता होगी।
वास्तविक जीवन का उदाहरण
राजेश, जो दिल्ली से नोएडा तक रोज यात्रा करते हैं, ने हाल ही में अपनी कार पर FASTag लगवाया। पहले वे टोल प्लाजा पर लगभग 15-20 मिनट तक इंतजार करते थे, लेकिन अब वे बिना रुके 5 सेकंड में टोल पार कर लेते हैं। इससे न केवल उनका समय बचता है बल्कि ईंधन की भी बचत होती है। FASTag न लगाने वालों को झटका अक्टूबर से देना होगा दोगुना टोल के कारण, राजेश जैसे लोगों को अब और भी अधिक लाभ मिलेगा।
क्या FASTag की जगह कोई और विकल्प है?
जी हां, कैश या डेबिट कार्ड से भुगतान करें।