मॉनसून का असली रूप अब हमारे सामने आने वाला है। मैं आपको बताना चाहता हूं कि इस बार मॉनसून अपने पूरे प्रभाव के साथ आ रहा है। बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ने वाली हैं, जिससे जान-माल का नुकसान होना तय है। क्या आप जानते हैं कि हर साल सैकड़ों लोग बिजली गिरने से हताहत होते हैं? इसलिए अब आएगा मॉनसून का असली रूप – बिजली गिरने से जान-माल का नुकसान तय, सतर्क रहें।

मॉनसून के दौरान बिजली गिरने का खतरा क्यों बढ़ जाता है?
मॉनसून के दौरान आकाशीय बिजली का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। गरज-चमक वाले बादल जब आपस में टकराते हैं, तो विद्युत आवेश उत्पन्न होता है। यह आवेश जब धरती की ओर आता है, तो बिजली गिरने की घटना होती है। मॉनसून में नमी और तापमान का अंतर इस प्रक्रिया को और तेज कर देता है। इसलिए अब आएगा मॉनसून का असली रूप – बिजली गिरने से जान-माल का नुकसान तय, सतर्क रहें।
बिजली गिरने के समय | क्या करें |
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खुले में होने पर | नीची जगह पर जाएं, पेड़ों से दूर रहें |
घर के अंदर होने पर | बिजली के उपकरणों से दूर रहें |
बिजली गिरने से बचाव के उपाय क्या हैं?
बिजली गिरने से बचाव के लिए कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है। तूफान के दौरान घर के अंदर रहें और खिड़कियों से दूर रहें। बिजली के उपकरणों का उपयोग न करें और उन्हें प्लग से निकाल दें। मोबाइल फोन का उपयोग न करें, विशेषकर चार्जिंग के दौरान। क्या आप जानते हैं कि धातु की वस्तुएं बिजली को आकर्षित करती हैं? इसलिए धातु के आभूषण उतार दें।
बिजली गिरने का वास्तविक उदाहरण
पिछले साल उत्तर प्रदेश के एक गांव में खेत में काम कर रहे तीन किसानों पर बिजली गिरी थी। दो की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। वे बारिश शुरू होने पर भी खेत में काम करते रहे और पेड़ के नीचे शरण ली, जो कि सबसे खतरनाक जगह है। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करना जरूरी है।