ATM Rule Change – भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एटीएम से पैसे निकालने के नियमों में बड़ा बदलाव किया है, जिससे करोड़ों बैंक उपभोक्ताओं को अब नया सिस्टम अपनाना होगा। अब तक लोग आसानी से एटीएम कार्ड डालकर बिना किसी अतिरिक्त प्रक्रिया के पैसे निकालते थे, लेकिन नई गाइडलाइंस के तहत सुरक्षा बढ़ाने और धोखाधड़ी को रोकने के लिए एक नया प्रोसेस लागू किया गया है। इस बदलाव से अब ग्राहकों को ट्रांजेक्शन के दौरान OTP वेरिफिकेशन जैसे अतिरिक्त स्टेप्स पूरे करने होंगे। RBI का मानना है कि लगातार बढ़ रहे ATM फ्रॉड को रोकने के लिए यह बदलाव जरूरी था। इसमें खासकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में फ्रॉड के मामलों में इजाफा देखने को मिला था। अब हर बैंक को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके एटीएम मशीनें इस नए नियम के अनुकूल हों।

अब कैश निकालने पर OTP अनिवार्य — ग्राहकों को अपनाना होगा नया सिस्टम
RBI के नए निर्देशों के तहत अब एटीएम से पैसे निकालने के लिए सिर्फ पिन डालना ही काफी नहीं होगा। 10,000 रुपये या उससे अधिक की राशि निकालने पर अब वन टाइम पासवर्ड (OTP) की अनिवार्यता लागू कर दी गई है। ग्राहक को अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP डालकर ही ट्रांजेक्शन पूरा करना होगा। यह नियम पहले कुछ बैंकों ने अपनाया था, लेकिन अब इसे सभी बैंकों पर लागू किया जा रहा है। इस प्रक्रिया से फर्जीवाड़ा और कार्ड क्लोनिंग जैसे मामलों पर लगाम लगेगी। ग्राहक को ध्यान देना होगा कि उनका मोबाइल नंबर बैंक में अपडेट हो और नेटवर्क की उपलब्धता बनी रहे, वरना OTP समय पर न मिलने पर ट्रांजेक्शन फेल हो सकता है।
नई गाइडलाइन से ATM फ्रॉड पर लगेगी लगाम — RBI का बड़ा कदम
RBI के इस निर्णय को बैंकिंग इंडस्ट्री में सुरक्षा के लिहाज से एक बड़ा कदम माना जा रहा है। अब तक फ्रॉडsters लोगों के ATM कार्ड की क्लोनिंग कर लाखों रुपये निकाल लेते थे, खासकर बुजुर्ग और तकनीकी जानकारी से दूर रहने वाले लोग इसका शिकार बनते थे। लेकिन अब OTP आधारित निकासी प्रणाली से यह कार्य लगभग असंभव हो जाएगा। साथ ही, बैंकों को भी अब अपने नेटवर्क और एटीएम सॉफ्टवेयर को अपडेट करना अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि यह प्रक्रिया सुचारु रूप से लागू हो सके।
छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों के लिए चेतावनी — नेटवर्क न होने पर फेल हो सकती है ट्रांजेक्शन
RBI के नए नियम शहरी उपभोक्ताओं के लिए तो अनुकूल हो सकते हैं, लेकिन ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में जहां नेटवर्क कनेक्टिविटी कमजोर है, वहां OTP आधारित निकासी एक चुनौती बन सकती है। कई बार देखा गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क न होने या बिजली की समस्या के कारण ग्राहकों को OTP समय पर नहीं मिल पाता, जिससे उनका ट्रांजेक्शन फेल हो जाता है और उन्हें एटीएम से खाली हाथ लौटना पड़ता है। इसके समाधान के लिए बैंकों को वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी जैसे SMS Retry या कॉल आधारित OTP सिस्टम।
बदलाव के साथ जागरूकता भी जरूरी — बैंक अलर्ट्स को न करें नजरअंदाज
नई व्यवस्था के तहत केवल नियम बनाना ही काफी नहीं है, बल्कि ग्राहकों को भी जागरूक करने की जिम्मेदारी बैंकों की है। अधिकतर फ्रॉड उन उपभोक्ताओं के साथ होते हैं जो बैंक द्वारा भेजे गए सुरक्षा संबंधित अलर्ट्स और गाइडलाइंस को नजरअंदाज कर देते हैं। अब जबकि ATM से पैसे निकालने में OTP की जरूरत होगी, ऐसे में बैंक लगातार SMS, ईमेल और कॉल्स के जरिए ग्राहकों को जानकारी दे रहे हैं। इसके अलावा, ATM मशीनों पर भी अब नए निर्देशों की जानकारी डिस्प्ले की जा रही है।