Schools Longest Break – त्योहारों के सीजन में बच्चों के लिए खुशखबरी आई है — इस बार स्कूलों में लगातार 12 दिन की छुट्टी मिलने जा रही है। माता-पिता भी इस लंबे ब्रेक को लेकर बेहद उत्साहित हैं, क्योंकि लंबे समय बाद बच्चों को पढ़ाई से थोड़ा ब्रेक मिल पाएगा। यह छुट्टियां त्योहारी मौसम, साप्ताहिक अवकाश और सरकारी छुट्टियों के मेल से बनी हैं, जिससे यह अब तक का सबसे लंबा स्कूल ब्रेक माना जा रहा है। परिवार अब घूमने की योजना बना रहे हैं, खासकर हिल स्टेशन, धार्मिक स्थलों और रिश्तेदारों के घरों की ओर। इस लंबे अवकाश में बच्चों के पास आराम करने, नए शौक सीखने और परिवार के साथ समय बिताने का शानदार मौका होगा। वहीं, स्कूल प्रशासन ने भी छात्रों को सलाह दी है कि वे इस दौरान हल्का अध्ययन और रचनात्मक गतिविधियों में भाग लें ताकि पढ़ाई की लय बनी रहे।

स्कूल बंद रहने की पूरी लिस्ट और तारीखें
इस साल अक्टूबर-नवंबर के बीच कई त्योहार एक साथ पड़ रहे हैं, जैसे दशहरा, दिवाली और गोवर्धन पूजा। इन्हीं के चलते स्कूलों ने 12 दिन का लगातार अवकाश घोषित किया है। छुट्टियां शनिवार से शुरू होकर अगले बुधवार तक चलेंगी, यानी लगभग दो हफ्तों तक बच्चे स्कूल से मुक्त रहेंगे। यह निर्णय राज्य शिक्षा विभाग के दिशा-निर्देशों के तहत लिया गया है ताकि छात्र और शिक्षक दोनों को उत्सवों में शामिल होने का पर्याप्त समय मिल सके। साथ ही, कई निजी स्कूलों ने भी इस पैटर्न को अपनाते हुए अपने कैलेंडर अपडेट कर दिए हैं। माता-पिता अब ट्रेन और फ्लाइट टिकट बुक करने में व्यस्त हैं ताकि परिवार के साथ एक शानदार छुट्टी मनाई जा सके।

परिवारों की तैयारियां और घूमने की योजनाएं
लंबी छुट्टियों की खबर मिलते ही परिवारों में उत्साह की लहर दौड़ गई है। बहुत से माता-पिता अपने बच्चों के साथ यात्रा की योजना बना रहे हैं, खासकर उन जगहों की जहां मौसम सुहावना है और बच्चों के लिए मनोरंजन की सुविधाएं मौजूद हैं। कुछ परिवार धार्मिक यात्रा जैसे वृंदावन, वाराणसी या हरिद्वार जाने की सोच रहे हैं, जबकि कई हिल स्टेशन या बीच डेस्टिनेशन की ओर रुख कर रहे हैं। यह अवकाश बच्चों के लिए मानसिक ताजगी लाने का अवसर बनेगा। वहीं कई स्कूलों ने अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे बच्चों को कुछ रचनात्मक गतिविधियों में शामिल करें, जैसे ड्राइंग, कहानी लेखन या खेलकूद।
बच्चों के लिए विशेष सुझाव
इस लंबे ब्रेक के दौरान बच्चों को केवल मनोरंजन में समय न गंवाने की सलाह दी जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, 12 दिन का अवकाश यदि सही ढंग से इस्तेमाल किया जाए, तो यह बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। माता-पिता उन्हें खेल, योग या आउटडोर गतिविधियों में शामिल कर सकते हैं। साथ ही, हल्की पढ़ाई जैसे कहानी की किताबें पढ़ना या विज्ञान प्रयोग करना भी उपयोगी रहेगा। यह छुट्टियां बच्चों के लिए आराम, सीख और परिवारिक जुड़ाव का बेहतरीन मिश्रण साबित होंगी।
स्कूल खुलने के बाद क्या रहेगा असर
जब 12 दिन बाद स्कूल दोबारा खुलेंगे, तो छात्रों में नई ऊर्जा और जोश देखने को मिलेगा। शिक्षक भी इस ब्रेक के बाद छात्रों को नए सत्र की गतिविधियों में जोश से शामिल करेंगे। लंबे अवकाश के बाद अध्ययन की गति को बनाए रखने के लिए स्कूलों में विशेष पुनरावृत्ति सत्र और मनोरंजक शिक्षण पद्धतियों को अपनाया जाएगा। यह ब्रेक न केवल छात्रों के लिए राहत का समय है बल्कि शिक्षकों के लिए भी आत्ममंथन और तैयारी का अवसर है। इस तरह, 12 दिन की छुट्टियां बच्चों और स्कूल दोनों के लिए सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम बनेंगी।